सम्राट पृथ्वीराज का बॉक्स ऑफिस पर जो भी, सोशल मीडिया पर बहस है है

सम्राट पृथ्वीराज के ऊपर बनी फिल्म रिलीज हो चुकी. शायद यह बार देखने को मिल रहा है सोशल मीडिया पर किसी भारतीय के जीवन को लेकर जितने लोग में नजर आ रहे हैं- विरोध करने वालों की संख्या संख्या भी कुछ कुछ कम नहीं. सोशल मीडिया क्या चल रहा है उस पर करने से पहले फिल्म और विषय में कुछ जान लेते हैं. सम्राट पृथ्वीराज निर्माण आदित्य चोपड़ा की यशराज फिल्म्स ने किया. यशराज फिल्म्स के सबसे बड़े बैनर्स में है लेकिन इससे पहले कोई पीरियड बनाने के लिए आगे नहीं आया था. फिल्म का चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया है जिन्हें पीरियड टीवी “चाणक्य” के लिए जाना जाता.
पृथ्वीराज में अक्षय कुमार ने मुख्य भूमिका न उनके अपोजिट छिल्लर हैं और बतौर एक्ट्रेस यह उनका डेब्यू भी है. अन्य बड़े में संजय दत्त, सोनू सूद, आशुतोष, मानव विज और अजोय चक्रवर्ती हैं. पृथ्वीराज को के साथ ही तमिल और तेलुगु में रिलीज किया गया है. यह फिल्म देशभर में कुल 3750 स्क्रीन्स पर है. 200 स्क्रीन्स शामिल हैं ओवरसीज यानी में यह करीब 1200 स्क्रीन्स पर रिलीज की है. हालांकि खाड़ी के कुछ देशों में इसे बैन कत तमिल विजय की एक्शन एंटरटेनर ‘बीस्ट’ के बाद खाड़ी में बैन होने वाली यह लगातार भारतीय फिल्म है.
सम्राट पृथ्वीराज.
सम्राट पृथ्वीराज की कहानी क्या है? ना तो का विरोध करने वालों और ना उसके समर्थन में दिख रहे लोगों बताने की जरूरत है. हालांकि फिल्म घोषणा के साथ ही सोशल मीडिया यह लगातार चर्चाओं में बनी हुई. दोनों ट्रेलर के बाद शायद ही ऐसा कोई दिन हो जब “सम्राट” की चर्चा ना हुई. यहां तक कुछ जातीय संगठनों ने फिल्म के टाइटल भी बवाल काटा और बाद निर्माताओं ने टाइटल “पृथ्वीराज” से बदलकर “सम्राट पृथ्वीराज” कर दिया.
सोशल मीडिया पर विरोध क्यों हो रहा है?
सोशल मीडिया एक बड़ा तबका इसे हिंदूवादी एजेंडा बनी फिल्म करार दे रहा है. लोग बता कि फिल्म के जरिए पृथ्वीराज का इतिहास दिखाने की कोशिश हो रही, असल में उसके बड़े अंश कल्पना का हिस्सा भर हैं. इतिहास के बड़े झूठ को मनगढ़ंत तरीके से बनाने की कोशिश हो रही है. कुछ लोग जातिगत आरोप भी लगा रहे. मसलन चंद्रप्रकाश ने फिल्म का निर्देशन किया है उन्होंने ब्राह्मणवादी एजेंडा पर फिल्म बनाई. कुछ यह रहे हैं कि अक्षय कुमार की भाजपा नजदीकियां रही हैं- समझा जा है कि फिल्म का मकसद क्या होगा? लोग अपनी बात को साबित करने के साक्ष्य भी रख रहे
वैसे ऐसे की भी कमी नहीं जो की भूमिका में अक्षय कुमार की को लेकर भी विरोध कर रहे हैं. उनका कहना कि कि 25-26 साल के और वीर बांका पृथ्वीराज की भूमिका अक्षय का होना भद्दा लग रहा है. वो किसी दृष्टिकोण से वह सम्राट नजर आ रहे जैसे पृथ्वीराज को लेकर के जनमानस में लोगों की स्मृतियां हैं.
एक बहस पृथ्वीराज की जाति को लेकर भी
लगातार यह देखने को भी मिल रही है आखिर पृथ्वीराज की जाति क्या थी? खासकर राजपूत गुज्जर समाज के लोग उनपर अपना अपना दावा रहे हैं. राजपूतों का एक धड़ा उन्हें चौहान बता रहा है. गुज्जर उन्हें अपना बता रहे हैं. दोनों वंशावली पारस्परिक शादी-विवाह करने ऐतिहासिक साक्ष्य पेश करने का दावा कर हैं. मौजूदा भारत राजपूत सवर्ण यानी अगड़ी जातियों में शुमार. . भारत में और उनके धर्म को पहली बार 1900 से पहले अंग्रेजों ने किया था.
जहां तक गुज्जरों की है- इतिहास में साक्ष्य जाते हैं कि कभी वो राजा रजवाड़े. इन्हें भी की तरह प्राचीन लड़ाकू जनजातियों में शुमार किया है. और यह के अलग-अलग हिस्सों अलावा मौजूदा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी जाते हैं. . यूपी के में तो 1857 से पहले और अंग्रेजों के बीच सशत्र संघर्ष का प्रमाण है. भारत के अलग-अलग में अन्य जातियों में भी मिलते. जैसे सुतार, लेवा कुनबी, कुर्मी, पाटीदार, कुम्हार और प्रजापति जातियों को भी गुज्जर उपजाति के में शुमार किया जाता है.
अब पृथ्वीराज थे या गुज्जर यह इतिहास ऐसा सवाल है जिसे साफ़ करने मौजूदा सामजिक व्यवस्था की तमाम अड़चनें हैं. हालांकि दोनों हिंदुओं और इस्लाम दोनों धर्मों में. और इसे करने वाली दर्जनों शोध और रिसर्च उपलब्ध.
कई लोग भी कह रहे कि पृथ्वीराज की जाति थी, उससे क्या फर्क है. वह भारत के थे, इतना भी कम नहीं है.
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फिल्म की जमकर तारीफ़ भी हो रही है. मॉर्निंग शो निकलने वाले दर्शक इसे बेहतरीन फिल्म बता तरहे. हालांकि अक्षय की कास्टिंग को लेकर उनकी भी शंकतां उनका मानना कि अगर पृथ्वीराज की भूमिका में और होता तो यह फिल्म ज्यादा प्रभावी होती. पर कई ऐसे भी हैं जो अक्षय की कास्टिंग बचाव कर रहे हैं. उनका कहना कि पृथ्वीराज का जिस तरह विरोध हो है- उसकी आशंका पहले थी. किरदार में जैसे बड़े सितारे की जरूरत थी उस पर ज्यादा से ज्यादा हो और ज्यादा से हयादा दर्शकों तक पहुंचे. लोगों ने भारत के इतिहास की एक भव्य फिल्म करार है. और ऐसी फिल्मों को बनाने की जरूरत पर बल दिया है. खासकर लोग से छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन फिल्म बनाने की मांग करते नजर.
. कई लोग ही फिल्म में संयोगिता के भाव अभिनय की सराहना कर रहे हैं. संजय दत्त, सोनू सूद, आशुतोष राणा और विज भी दर्शकों का प्यार पाते दिख हैं. एक दर्शक ने लिखा कि मानव विज ने क्या दमदार अभिार अभिनय यह उनके का ही कमाल है कि गोरी रूप में परदे पर उन्हें देख घृणा होती है.
कई दर्शकों चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन की तारीफ़ की और बताया कि टीवी पर आनंद भारत एक खोज, चाणक्य से मिला था लगभग वैसा ही मजा पृथ्वीराज पृथ्वीराज से मिलता मिलता मिलता है. हालांकि तकनीकी को लेकर कुछ दर्शकों ने नाराजगी. उनका मानना कि युद्ध के दृश्यों को और भी बनाया जा सकता था.
सम्राट पृथ्वीराज कुछ राज्यों ने टैक्स फ्री कर दिया. माना जा है कि जिस तरह से फिल्म चर्चा हो रही है और वर्ड ऑफ़ माउथ है यह फिल्म कामयाब सकती है.